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दक्षिण भारत में सामाजिक मीडिया

A Hindi translation of Social Media in South India

Shriram Venkatraman

ISBN: 9781787354913 

Publication: February 28, 2019

Series: Why We Post

दक्षिण भारत पर सामाजिक मीडिया, जो तमिलनाडु में लोगों के दैनिक जीवन में सामाजिक मीडिया के उपयोग पर अन्वेषण करनेवाले पहले के नृवंशवैज्ञानिक अध्ययनों पर एक है, तेज़ी परिवर्तन का अनुभव करनेवाले एक क्षेत्र में इस विषय का ज्ञान प्रदान करता है. जो एक समय कृषि से हावी किया गया था, उस क्षेत्र पर पिछले दशक में आईटी कंपनियों का प्रवेश, एक उद्विकासी ज्ञान अर्थव्यवस्था और ग्रामीण जीवन की परिपाटी के बीच एक जटिल मुकाबला का कारण बन गया है. जबकि इस मुकाबले के उत्तरक्रिया के रूप में कुछ वर्गीय तनाव प्रकट हुए हैं, इस क्षेत्र के सामाजिक मीडिया पर अध्ययन इसका प्रस्ताव करता है कि समरूपता का भी पता चलता है, जो पुराने और नए निवासियों के काम और जीवन की सीमाओं के धुंधुला होने से अधिक स्पष्ट रूप से अवलोकन किया जाता है.

 

वेंकटरामन घर, काम और स्कूल पर सामाजिक मीडिया के प्रभाव पर अन्वेषण करते हैं और वर्ग, जाति, उम्र और लिंग के प्रभाव पर इसका विश्लेशण करते हैं कि जैसे और जो सामाजिक मीडिया के मंच विभिन्न सन्दर्भों पर उपयोग किये जाते हैं. वे ऐसा तर्क करते हैं कि ये कारक के सामाजिक मीडिया के उपयोग पर महत्वपूर्ण प्रभाव होता है और इसका प्रस्ताव करते हैं दक्षिण भारत में सामाजिक मीडिया, यद्यपि सामाजिक परिवर्तन को प्रेरित करने लगता है, वास्तव में सामाजिक परिपाटी और प्रयोग से सीमित हैं.

 

श्रीराम वेंकटरामन ने यूसीएल से मानवविज्ञान पर पीएच.डी. प्राप्त किये हैं और अब नई दिल्ली के इन्द्रप्रस्था इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (आइआइआइटीडी) में सहायक प्रोफेसर हैं. वे सांख्यिकी में प्रशिक्षित पेशेवर हैं और उनके डाक्टरल अध्ययन के पहले, यूएसए के वालमार्ट में नेतृत्व के पद निभाते थे. उनके अनुसंधान के शौक में कार्य-क्षेत्र प्रौद्योगिकी, व्यवस्थापन संस्कृति और उद्यमवृत्ति शामिल है.

 

Format: Open Access PDF
ISBN: 9781787354913
Publication: February 28, 2019
Series: Why We Post
श्रीराम वेंकटरामन ने यूसीएल से मानवविज्ञान पर पीएच.डी. प्राप्त किये हैं और अब नई दिल्ली के इन्द्रप्रस्था इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (आइआइआइटीडी) में सहायक प्रोफेसर हैं. वे सांख्यिकी में प्रशिक्षित पेशेवर हैं और उनके डाक्टरल अध्ययन के पहले, यूएसए के वालमार्ट में नेतृत्व के पद निभाते थे. उनके अनुसंधान के शौक में कार्य-क्षेत्र प्रौद्योगिकी, व्यवस्थापन संस्कृति और उद्यमवृत्ति शामिल है.
1.            पंचग्रामी और उसकी जटिलता

2.            सामाजिक मीडिया का परिदृश्य: लोग, उनके अनुभूति और सामाजिक मीडिया पर उपस्थिति

3.            दृश्य पोस्टिंग: ज़ारी स्थान

4.            रिश्ते: सामाजिक मीडिया पर नातेदारी

5.            घर को काम पर लाना : कार्य - गैर-कार्य सीमाओं के धुँधलापन में सामाजिक मीडिया की भूमिका

6.            व्यापक दुनिया: एक ज्ञान अर्थव्यवस्था में सामाजिक मीडिया और शिक्षा

7.            समापन: सामाजिक मीडिया और उसके निरंतर असरलता 

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